विभिन्न विनियामक / संविधिक तथा बैंक की आन्तरिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बैंक के निदेशक मण्डल ने दिनांक 11.08.2017 की बैठक में निम्नांकित “निवेश नीति” का अनुमोदन किया है |
Individual / Group Lending के लिए जो सीमा (Limit) निर्धारित है वही Non–SLR निवेश के लिए भी निर्धारित रहेगी |
सभी Non-SLR निवेश निर्धारित exposure limit (INDIVIDUAL/GROUP) केअन्तर्गत होंगें |
सभी प्राइमरी अर्बन कोआपरेटिव बैंक को अपने NDTL का एक निश्चित प्रतिशत “SLR HOLDINGS” के रूप Statutory Liquidity Ratio मेंनटेन करने हेतु G-Sec, State Government Securities या अन्य Securities जो RBI से SLR हेतु एप्रुव्ड हों-खरीदी जाती हैं |
SLR सिक्यूरिटीज को बैंक तीन तरह से रख सकते हैं :-
अपने बैंक का SGL एकाउन्ट HDFC Bank, Stephen House Branch कलकत्ता में खोला गया है |अपने बैंक की सभी सरकारी प्रतिभूतियाँ उपरोक्त SGL एकाउन्ट में ही रखी गई हैं |
बैंक को अपने समस्त NON-SLR इनवेस्टमेंट एवं Non-Performing इनवेस्टमेंट का पूरा विवरण का बैलेंश शीट के “Notes on Accounts” के ANNEX-III में दिखाना चाहिए |
उपरोक्त सभी श्रेणियों के निवेश का मूल्यांकन RBI के दिशा निर्देश के अनुसार करना है |मूल्यांकन को Concurrent Auditors/Internal Auditors से जाँच कराना है |
बैंक को अपने निदेशक मंडल के अनुमोदन से दलालों की सूची बनानी चाहिए | दलालों को सूचीबध्द करने के पूर्व उनका
की जानकारी करने के पश्चात् ही बैंक के बोर्ड के समक्ष सूचीबध्द करने हेतु नाम प्रस्तुत करना चाहिए | Broker कारोबार की सीमा भी तय करनी चाहिए | ऐसा नहीं हो कि एक ही ब्रोकर से सभी खरीद/बिक्री की जाए |
© 2017 Koylanchal Urban Co-Operative Bank Ltd. All rights reserved | Managed By : SEPTUM Technologies & Services